One morning, Byomkesh and Satyawati are arguing with each other. Byomkesh is glorified in the glory of men and Satyawati is praising women that women are better than men and their criminal record is negligible. Then a letter arrives. This letter has been written in great detail, which has a total of 4-5 pages. Byomkesh speaks to Satyawati to read the letter, written by an old man named Chintamani Kundu.
Chintamani is 57 years old and has a bad leg due to which he is able to walk a little. He lives alone in his house and a servant Ramdin also stays with him who takes care of him. His house is in a wide street and right in front of the house, his 2 and similar houses are also adjacent which he takes on rent. They spend their time sitting at the window of their house and keep watch on the commuters. He has also taken a telescope so that the outside view looks better. Everything was going well, but then an incident happened due to which they are now caught in the police.
His one house vacated from quite some time, seeing that one day a boy came to meet them. He wore a black overcoat, black glasses and a black hat which called his name Tapan Sen. He wanted to rent the front house. He told that he wants to live there with his wife Shanta. His job is at night so he leaves in the evening and comes back in the morning. Chintamani liked the boy and gave him the house for a rent of 150 rupees per month. After this, he often saw that in the day, Tapan's wife Shanta used to leave home to go to his school and in the evening, Tapan leaves for his job. Shanta used to visit Chintamani often and seemed to be a very decent woman.
Ane night when Chintamani could not sleep, he opened the window to spend some time and saw that Tapan killed a man and ran away. At the same time, Chintamani called the police and told them that there was a dead body in front of his house and the deceased was killed by his tenant Tapan. In a short time, the police arrived and in Tapan's house, they found Tapan's wife Shanta, which they kept under their supervision. Police said that the person who died is his man, whose name is Vidhubhushan. After this incident, the police also started suspecting Chintamani and his servant. And due to this, he has written this letter to Byomkesh so that he can get them out of this trouble.
एक सुबह ब्योमकेश और सत्यवती आपस मे बहस कर रहे हैं। ब्योमकेश पुरुषों के महिमा मंडन मे लगा है और सत्यवती महिलाओं की तारीफ कर रही है की महिलायें पुरुषों से बेहतर होती हैं और उनका क्रिमिनल रिकार्ड न के बराबर होता है। तभी एक चिट्ठी आती है। ये चिट्ठी काफी विस्तार मे लिखी गई है जिसमे कुल 4-5 पन्ने हैं। ब्योमकेश सत्यवती से चिट्ठी पढ़ने को बोलता है जो की चिंतामणी कुंदु नाम के एक वृद्ध व्यक्ति ने लिखी है।
चिंतामणी 57 साल के वृद्ध हैं और उनकी एक टांग खराब है जिसकी वजह से वो थोड़ा-थोड़ा चल पाते हैं। वो अपने घर मे अकेले रहते हैं और एक नौकर रामदीन भी उनके साथ रहता है जो उनकी देखभाल करता है. उनका मकान एक चौड़ी गली मे है और मकान के बाहर ठीक सामने उन्ही के 2 और एक जैसे अगल-बगल मकान भी हैं जो वो इराये पे उठाते हैं। वो समय बिताने के लिए अपने घर की खिड़की पर बैठे रहते हैं और बाहर आने-जाने वालों को देखते रहते हैं। उन्होंने एक दूरबीन भी ले रखी है जिससे की बाहर का नजारा बेहतर दिखता है। सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था मगर फिर एक घटना ऐसी हुई जिसकी वजह से अब वो पुलिस के चक्कर मे पड़ गए हैं।
ऊनके दोनों मकानों मे से एक मकान खाली पड़ा था जिसको देखते हुए एक दिन एक लड़का उनसे मिलने आया। वो काले रंग का ओवर-कोट, काला चश्मा और काले रंग की हैट लगाये था जिसने अपना नाम तपन सेन बताया। वो सामने वाले मकान को किराये पर लेना चाहता था। उसने बताया की वो अपनी पत्नी शांत के साथ वहाँ रहना चाहता है। उसकी नौकरी रात की है इसलिए वो शाम को निकल जाता है और सुबह वापस आता है। चिंतामणी को लड़का अच्छा लगा और उन्होंने 150 रुपये मे वो मकान उनको दे दिया। इसके बाद उन्होंने अक्सर देखा की दिन मे तपन की पत्नी शांता घर से निकल के अपने स्कूल पढ़ाने जाती है और शाम को तपन अपने घर से नौकरी के लिए निकलता है।
इन्ही सबके चलते एक रात जब उनको नींद नहीं आ रही थी तो उन्होंने खिड़की मे से देखा की तपन ने एक आदमी की हत्या कर दी और भाग गया। उन्होंने उसी समय पुलिस को फोन कर के बात दिया की उनके घर के सामने एक लाश पड़ी है और मरने वाले को उनके किरायेदार तपन ने मारा है। थोड़ी ही देर मे पुलिस आ गई और तपन के घर मे उनको तपन की पत्नी शांता मिली जिसको उन्होंने अपनी निगरानी मे रख लिया। पुलिस ने बताया की मरने वाला उन्ही का आदमी है जिसका नाम विधुबहुषण है। इस वारदात के बाद से पुलिस ने चिंतामणी और उनके नौकर पे भी शक करना शुरू कर दिया। और इस सबसे परेशान होकर ही उन्होंने ब्योमकेश को चिट्ठी लिखी है जिससे की वो उनको इस मुसीबत से निकाल सके।