Story and Plot
One day suddenly a young man comes to Byomkesh's house, who tells his name Satyakam. He tells that he owns a big clothing shop named Suchitra Emporium. Apart from him, his father Ushanath Babu is a shareholder in the shop. He gives 1000 rupees to Byomkesh and says that someone is going to kill him, so he wants Byomkesh to investigate his murder once he is killed. He tells Byomkesh his date of birth and leaves.
Byomkesh and Ajith feel that Satyakam is a very spoiled boy and it is because of the antics that someone wants to kill him. A few days later, news comes in the newspaper that Satyakam has been killed. On the way to the house of Byomkesh, he finds a person who tells him that he was a very evil person.
While entering Satyakam's house, Byomkesh finds that the bottom of the main door of the house has a round silver-like paper shining. Perhaps this paper is like the paper that comes in a cigarette packet. He meets Satyakam's father Ushanath Babu and tells him that Satyakam had told him that he should investigate the case after his murder.
व्योमकेश के घर एक दिन अचानक एक यूवक आता है जो अपना नाम सत्यकाम बताता है। वो बताता है की वो सुचित्रा इंपोरियम नाम की कपड़ों की एक बड़ी दुकान का मालिक है। दुकान मे उसके अलावा उसके पिता उषानाथ बाबू हिस्सेदार हैं। वो व्योमकेश को 1000 रुपये देता है और कहता है की कोई उसकी हत्या करने वाला है इसलिए वो चाहता है की उसकी हत्या के बाद व्योमकेश उसकी मौत की तफतीश करे। वो व्योमकेश को अपनी जन्मतिथि बताता है और चला जाता है।
व्योमकेश और अजीत को लगता है की सत्यकाम एक बहुत ही बिगड़ा हुआ लड़का है और हो सकता है उसकी इन्ही हरकतों की वजह से ही कोई उसकी हत्या करना चाहता है। कुछ दिन बाद अखबार मे खबर आती है की सत्यकाम की हत्या हो गई है। व्योमकेश के सत्यकाम की घर की तरफ जाते हुए एक जानपहचान का शख्स मिलता है जो उसके बारे मे बताता है की वो बहुत ही दुश्चरित्र व्यक्ति था।
सत्यकाम के घर मे घुसते समय व्योमकेश देखता है की घर के मुख्य दरवाजे पर नीचे की तरफ एक गोल-गोल चांदी की तरह चमकने वाला काग़ज़ लगा है। शायद ये काग़ज़ सिगरेट के पैकेट मे आने वाले काग़ज़ की तरह है। वो सत्यकाम के पिता उषानाथ बाबू से मिलता है और बताता है की सत्यकाम ने ही उसको बोला था की वो उसकी हत्या के बाद केस की तफतीश करे।